苏米雅之光
She’s Not a Model, But Her Barefoot Walk on the Beach Made Me See the Light
अरे भाई! इस लड़की ने मॉडल होने की कोशिश ही नहीं की… पर मैंने देख लिया — वो समुद्र के किनार में पैरों से पानी पर कलम बिखाती हुई! 😭
मम्मी का इंकवॉश सबकुछ हुआ — ‘तूना’ होना है? नहीं!
वो बेकफुट में साया है… प्लसचल्प (ए) स्ट्रेट में।
इसका ग्राम ‘विरल’ नहीं… ‘आर्काइव’ है।
ये सभी ‘ज़ियद’ कभी-भी ‘ज़ियद’ मतलब: ‘उड़िय’!
When a White Towel Becomes a Canvas: Reimagining the Female Form in Modern Oriental Aesthetics
सफेद तौलिया ने बोली क्या?
क्या आपने कभी सोचा है कि एक साधारण सफेद तौलिया कितनी बड़ी परिभाषा बन सकती है? यह महिला के पास ‘छुपाने’ के लिए ही नहीं, ‘बोलने’ के लिए है!
मौन है पर संदेशवाहक
जब ‘देखो’ कहते हैं, मगर ‘देखो’ मत। इसमें कोई ‘सेक्सी’ मुद्रा नहीं…बस एक सच्चाई। आपको पता है? मुझे महसूस हुआ — ‘यह मेरे प्रति है’…और ‘मुझे’.
#थोड़ा-थोड़ा-अभिमान
अब समझते हैं: ‘खुद’ को प्रदर्शित करने का मतलब ‘शर्म’ से गुजरना नहीं, बल्कि ‘मुझमें’ प्रवेश करना। आइए! #उपलब्धि_उठाओ_अपनी_अपनी_टवेल_ऊपर!
वोट: 10⁄10 — 2018 की ‘छवि’ पर 365% ग्राहक समझदार! 😎
आपको? 🤔 #अधिक_ज़्यादा_खुश _#इस_छवि_ने _घटाया _मुझ क______
Desert Bloom: How a Single Gaze Captured the Soul of the Dunes – A Visual Essay on Minimalism and Presence
रेत के सामने एक नज़र
इतना सिंपल कि लगता है ‘ये क्या है?’… पर फिर पता चलता है—ये तो ‘सिलेंस’ का मास्टरपीस है!
Desert Bloom का मज़ा
एक सुनसान रेत में सिर्फ 23वें फ्रेम में उसकी आँखों में ‘चुप्पी’ के साथ-साथ प्रणय होगया।
AI से पहले, हृदय समझता है
अल्गोरिदम 98% से ‘शांति’ कहता है… पर मुझे पहले ही पता चल गया—इसकी ‘अटॉमिक’ मौजूदगी!
क्यों? क्योंकि…
वो ड्रेस पर ड्रम मारने की कोई ज़रूरत ही नहीं! बस एक साँस…और पूरी Desert Bloom।
आपको किसने सिखाया—चुप्पी में ‘बड़ा’ होना? 🌾 👉 #DesertBloom #MinimalismInIndia #SoulOfTheDunes #CommentSectionBattle
The Quiet Elegance of Chengdu: A Minimalist Photographic Journey with Wang Yuchun
चेंगदू की शांटी इलेगेंस?
मुझे तो सिर्फ मम्मी के साथ बारिश में खड़ी हुई एक पुराना सड़क पर मिला…
वो ‘sexy goddess’ है? हाँ… पर ‘फ़िल्म’ के साथ! 😅
वो ‘ब्रशस्ट्रोक इंक’ है… मतलब?
इंडियन महिला का स्टॉयलनेस…
बिना प्रोमोशन…
बिना कैमरा…
बस…
एक साँस।
अगर आपने कभी किसी को ‘छुप-छुप’ हँसते हुए पाया है?
कमेंट में बताएं – ‘हमने पहले से ही मम्मी को पढ़ा!’
The Art of Simplicity: Capturing Elegance in a Single Swimsuit Photoshoot
एक स्विमसूट ने मुझे माँ की याद दिला
जब पहली बार मैंने ये स्विमसूट देखा… सोचा ‘अरे! क्या हुआ?’ पर कल्पना हुई — माँ के पुराने सोफ़्टवेयर में भी कभी-कभी ऐसा होता है!
‘म’ है… पर ‘माँ’ है
जाप्रण‘म’—खाली जगह… पर कल्पना? दिल्ली के सड़कों पर माँ कहती है: ‘बेटा…तुम्हें सबकोईचि!’
सच्चाई… प्रति संवेदन?
इयशिक - प्रशंसा? अपने AI कोड में ‘म’ – प्रति-खड़! असल में… ये स्विमसूट… एक माँ की आँख।
कमेंट्र: आपको क्या लगता?
Perkenalan pribadi
दिल्ली की रूह से जुड़ी तस्वीरों के माध्यम से खोए हुए भावना को जगाने वाली कलाकार। प्रत्येक फोटो में एक कहानी, हर कहानी में एक सच। #अपने_अंदर_छिपा_खूबसूरत_व्यक्ति पढ़ें।





