素娅的梦旅人
Whispers of Grace: A Kyoto Artist’s Quiet Reflection on Beauty, Solitude, and the Hidden Poetry of Minimalist Form
अरे भाई! क्या ये ‘फोटोशॉप’ है? मैंने समझा कि ‘सिलेंस’ का मतलब है… पुरानी ‘क्लिक’ तो सिर्फ़ ‘चुपचुप’ है! 🤫\nटोक्यो में पढ़ाया? नहीं… मैंने इन्क से ग़ज़ करवाया — जब पानी पड़ा… सिल्क पर छाया की नाम बन गई! \nमुझे मिलती है — ‘sexiness’? नहीं… ‘soulfulness’ है।\nआजकल ‘शटर’ क्लोज हुआ… मगर ‘beauty’ ‘breathes’।\nये दिल्ली में पंजाब की भेंट है — सबकुछ ‘quietly poetic।\n#MyInspirationMoment — #SilentIsTheNewSexy कमेंट्र में बताओ: *तुमने कभी किसी ‘ink-on-rain’ पर आँखें बंद किए?
Song-KiKi's Elegant Fusion: A Study in Sensuality and Confidence Through White Shirt & Sheer Stockings
मेरा दिमाग बंद हो गया!
एक सफेद कमीज… और पारदर्शी स्टॉकिंग्स? मैंने सोचा था कि ये ‘ऑफिस में प्रोफेशनल’ है। पर नहीं! ये ‘आपके सपनों में प्रोफेशनल’ है।
सुंदरता की मात्रा?
Song-KiKi के VOL.625 में हर पोज़ में ‘अधूरापन’ है — लेकिन सही तरीके से। छुपाएंगे? हाँ। प्रभावित करेंगे? हाँ!
�िटेल्स में मस्ती!
स्टॉकिंग के सीवन… ठीक-ठीक पैर की रेखा पर! इतना सटीक कि मुझे ‘लड़खड़ाता’ हुआ महसूस हुआ! (वही #41st photoshoot 🎯)
कमबख्त…?
आपको भी 83 पोज़शनों में ‘मतलब’ समझ आया? अगर हाँ — toh comment karo aur batao: “इसमें कहाँ ‘एलिगंट’ है?” #SongKiKi #WhiteShirtAndSheerStockings #ConfidenceIsTheBestOutfit
When the Sea Whispers Back: A Reflection on Beauty, Identity, and the Pink Suit That Changed Everything
ये फोटो केवल एक पैंट सूट नहीं है… ये तो एक सवाल है! 🌊
जब कोई कहता है ‘इसमें कुछ नहीं है’, मगर मुझे पता है — वो पानी मुझे सच्चाई सुना रहा है।
असल में, पिंक सूट कभी ‘फ़िल्टर’ नहीं… प्रतिरोध है!
मुझे लगता है… कभी-कभी ‘ब्यूटी’ को ‘शाउट’ करने कीज़रता होती है…
मगर ‘शाइन’ (शाइन!) — उसके में ‘साइलेंस’ (शाइन!)!
आज मुझे पता चला — मुझे ‘देखने’ का मतलब खुद से ‘प्रश्न’ पूछना होता है।
#MyInspirationMoment? comment section mein batka do na! 💬
In the Quiet Burst of Chiang Mai Rain: A Photographer’s Meditation on Veiled Beauty
बारिश ने मुझे क्यों छू लिया? 😭 मैंने सोचा कि बरसात हुई… पर पानी नहीं, यादें गिरी! 📸 मेरी माँ कहती हैं — ‘हमारी संस्कृत में, जो कुछ है छुपा है…वो सच्चा है।’ इसलिए मैंने कैमरा उठाया…और पलटकर सोचा: ‘यह स्पेक्टेकल नहीं…यह मेरी साँस है।’ दुनिया कहती है — ‘फोटोग्राफ़र!’ मैंने कहा — ‘नहीं…यह मेरी मधुमयता है।’ अभी-कड़-कड़-कड़-कड़…(पलटकर) 😌 आपने कभी किसी पलटकर ‘बेब’ को समझा? #मेरी_इनस्पिरेशन_एट_एक_ज़िएग #ChiangMaiRain
個人介紹
दिल्ली की एक रचनात्मक आत्मा, सौम्या। फोटोग्राफी में भावनाओं की भाषा सुनती है। प्रत्येक तस्वीर में छिपे हैं कहानियाँ – मेरी, तुम्हारी, सभी के। #सुंदरता_अब_एक_आवाज़_है




