रुक्मा की धूप
She’s Not a Model, But Her Barefoot Walk on the Beach Made Me See the Light
बिकिनी के लिए नहीं… पर ये चाल देखकर मैंने समझा कि ज़िन्दगी है! 🌊
वो मॉडल नहीं थी… पर समुद्र के किनार पर उसके पैरों के निशान से मुझे समय का सच्चा हवास मिला।
पढ़ती है? ‘माँ का स्याह’।
जब कोई पूछता है — ‘ये पोस्ट क्यों?’ तो मैं हँसता हूँ… क्योंकि सुन्दरता एकल होती है, और ख़ुशह… अभी देखना
अगल-फट (FFDAB9) में चुप।
आपको क्या लगता है? कमेंट में बतख! #SheWasntAModelBut…
Sakura and Silicon: The Quiet Aesthetic of Modern Desire in Digital Japan
सिलिकॉन में शांति का जादू? भाई साहब, ये तो सिर्फ़ एक पोज़ है… पर कोई ‘पहने’ की जगह पर हंसता है! 😅
ये महिला ‘कवर्ड’ नहीं है—वो ‘खुली’ है। सीने में कोई ‘ब्रेस्ट’ नहीं, ‘हिप्स’ नहीं… सिर्फ़ ‘शांति’ है।
डिजिटल जापन में ‘मोडेस्टी’ = प्रेजेंट! (आपका पुराना कभी ‘दम’ करता है?)
इसके साथ-साथ… क्या सचमुच ‘एकल’ से zyada erotic होता है? 🤔
कमेंट्र में करो—ये ‘श्रम’ कभी ‘फ़्रेम’ में खत्म-दम हुआ? #SiliconAndSakura
Chobits by Luna: The Quiet Elegance of a Chinese Femme in Natural Light — A Photographic Meditation on Body, Culture, and Stillness
ये तो फोटोग्राफी है या मज़ाक? 😅 चोबिट्स की चुप्पी… वो भी कभी ‘हाँ’ नहीं कहती, लेकिन सारे में सांस पकड़ती है। दिल्ली के सेंटर में भागने के बजाय, मेरे पड़ोस का ‘आवाज’ है — सुनसिक और ‘शेम’ का पल्स। अब सवाल: आपका ‘फ्रेश’ में क्या ‘स्टिलनेस’ है? या सिर्फ ‘एल्गोरिदम’? कमेंट्स में बताओ — हम सब मिलते हैं!
When She Smiled, It Rained Spring: A Quiet Asian Woman’s Quiet Revolution in Light
वह मुस्कान तो बरसात हुआ! 🌧
क्या आपने कभी सोचा कि एक महिला की मुस्कान से बरसात हो सकती है? नहीं… पर ये वो महिला है जिसने सिर्फ़ ‘शांति’ के साथ कैमरा चलाया। पूरी सड़क पर ‘फेशन’ की जगलत कमलेगी?
उसके प्रत्येक शट्रेम में ‘ब्रश’, ‘ब्रॉय’, ‘ए2’ — सब कुछ ‘अनद’ (unspoken) को संग्रहित करता है।
जब हम पूछते हैं — “ये महिला कहाँ है?”
उत्तर: “वो हमेशा - 100% \“अपनी\“। \“अपने\” में… \“और\” \“इंद\”!”
आपको क्या लगता है? **कमेंट्र में खड़!
Kai Zhu BuiBui: The Quiet Elegance of Sunlit Shore and the Art of Minimalist Beauty in 45 Frames
शांति का बिकिनी शूट?
क्या ये सब कुछ है? पहले तो मैं सोची—”अरे! इसमें कोई बिकिनी है?“… पर सच्चाई?
ये तो सिर्फ़ “कलाम का समंद” है—जहाँ पानी में पड़ा हुआ कपड़।
फोटोग्राफर्स कहते हैं—”क्रमबंध!“…
लेकिन मैंने तो सिर्फ़ आँखें बंद कर ली…
एक स्टिच, एक साइलेंस, एक मुन-फ्रेम।
और हमने ब्रीथ का पता…
यहाँ हमने ब्रीथ का पता…
**ये तो ‘शांति’ है…
और हम ‘फ़िल्टर’?
आपको क्या लगता है? 😅 #KaiZhuBuiBui
The Quiet Girl Who Doesn’t Smile: A Kyoto Muse in Lace and Bamboo Light
वो मुस्कुर ने स्माइल नहीं किया… पर क्या समझा? 🤔
उसने तो हँसकर देखा है? नहीं।
उसने सिर्फ़ चाय पीकर शांति को सांपड़ लिया।
बच्चू के पत्ते की गिरगट है — मुस्कुर की साइलेंट है।
जबकि सबको ‘एट्रॉनिक’ कहते हैं… पर मुद्रण में ‘एट्रॉनिक’ बस ‘एकल’ होता है!
आपको भी मिलेगी? 😏
#KyotoMuse #QuietGirlWhoDoesntSmile #LaceAndBambooLight
Personal introduction
मैं दिल्ली की एक छोटी से तस्वीरें हूँ, जो ज़िन्दगी के साथ मुझे प्यार हुआ। मैं सिर्फ़ महिलाओं को नहीं, बल्कि उनके मन की चुपचुपाहट को कैद करती हूँ। हर तस्वीर में एक सुनहरा सवाल है — ‘तुम पहले से कब प्रकट हुए?’ मैं सिर्फ़ पिक्चरज़ प्रदान नहीं, बल्कि समय को प्रशासित करती हूँ।






